कर्मकांड – Karmkand

कर्मकांड - Karmkand

कर्मकांड में जीवन पर्यन्त सम्पादित करने वाले सभी संस्कार, पूजा, अनुष्ठान, व्रतादि समाहित हो जाते हैं। “संपूर्ण कर्मकांड विधि” वेबसाइट पर कर्मकांड के अधिकांश विषय प्रकाशित किये जा चुके हैं और यहां उनके अनुसरण पथ दिये गये हैं।

यदि हम संस्कारों की बात करें तो षोडश संस्कार बताये गये हैं और षोडश संस्कार की विधि आवश्यक है किन्तु वर्त्तमान में हम कुछ संस्कारों को ही प्रचलन में पाते हैं व अधिकांश संस्कारों का लोप देखते हैं। “संपूर्ण कर्मकांड विधि” पर चूडाकरण, उपनयन, वेदारम्भ, समावर्तन, विवाह संस्कारों की विधि बताई गयी है और इसके साथ अंतिम संस्कार विधि भी दी गयी है। यदि आपको इनमें से कोई भी पद्धति अवलोकन करना हो तो यहां उनके अनुसरण पथ दिये जा रहे हैं।

हवन

वैसे तो हवन विधि मात्र एक आलेख में वर्णित है किन्तु हवन विधि को सही-सही समझने के लिये अनेकों आलेख प्रकाशित किये गये हैं जिनके अनुसरण पथ नीचे हैं :

वास्तु

श्राद्ध कर्म विधि मंत्र

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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